|मृत्यु=15 मई 1886
|जन्मस्थान= एमहर्स्ट, मासाचुसेट्स, संयुक्त राज्य अमेरिका
|कृतियाँ=एमिली डिकिंसन की कविताएँ (1890, मरणोपरांत) मरणोपरांत । उनकी ये सभी (१७७५1775) कविताएँ उनकी बहन लेवेनिया डिकिंसन के प्रयासों से प्रकाशित हुईं ।हुईं।|विविध=एमिली डिकिंसन के अनुसार उनकी कविताएँ "विश्व के नाम गुप्त पत्र" हैं जिन्हें उन्होंने लगभग साठ पैकेटस में डोरे से बाँधकर रख छोड़ा था। बचपन, जीवन, प्रेम, प्रकृति, धर्म, ईश्वर, अध्यात्म, अनश्वरता और मृत्यु जैसे विषयों पर लिखी उनकी कुल जमा १७७५ कविताओं में शृंगार भी है,रहस्य भी; गंभीरता है और सरलता भी; वैचारिकता है तो कोमलता भी; आत्मविश्लेशण है, आत्मनिरीक्षण भी; मृत्यु का पूर्वाभास है और मुक्ति की छटपटाहट भी; जिजीविषा है तो स्वर्ग का सपना भी । भी। विराम-चिन्हों का उपयोग वे अपने तरीके से करती थीं, डैश(-)का प्रयोग वे अपने कथ्य में वज़न और लय पैदा करने के लिये करती थीं, अनुवाद में प्रयुक्त सभी चिन्ह मूल कविताओं के अनुरूप हैं । हैं।
|जीवनी=[[एमिली डिकिंसन / परिचय]]
}}
'''क्रांति कनाटे द्वारा अनूदित'''
* '''[[एमिली डिकिंसन की कविताएँ / एमिली डिकिंसन]]''' (कविता-संग्रह)
* [[कुछ लोग कहते हैं / एमिली डिकिंसन]]
* [[ओ मृत्यु, सलाखें नीचे डाल दो / एमिली डिकिंसन]]
* [[ह्रदय ! आज की रात ! / एमिली डिकिंसन]]
* [[एक दूसरा आकाश है / एमिली डिकिंसन]]
* [[हमारे हिस्से की रात / एमिली डिकिंसन]]