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ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़

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* [[बेसरो-सामाँ थे लेकिन इतना अंदाज़ा न था / फ़राज़]]
* [[बेनियाज़-ए-ग़म-ए-पैमान-ए-वफ़ा हो जाना / फ़राज़]]
* [[पयाम आए आये हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे / फ़राज़]]
* [[जब तेरी याद के जुगनू चमके / फ़राज़]]
* [[हर एक बात न क्यों ज़हर-सी हमारी लगे / फ़राज़]]
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