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Kavita Kosh से
कुछ तेरे दिल में धड़कता हुआ लगा है मुझे
एक ख़ुशबू सी ख्यालों ख़यालों में बसी रहती है
साथ हरदम है कोई ख़ुशनुमा,लगा है मुझे
पास आते ही निगाहों में खिल उठे हैं गुलाब
फिर कोई अपनी तरफ तरफ़ देखता लगा है मुझे
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