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* [[हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए / दुष्यंत कुमार]]
* [[इस नदी की धार में ठंडी हवा आती तो है / दुष्यंत कुमार]]
* [[आज सडकों पर / दुष्यंत कुमार]]
* [[कहीं पे धूप / दुष्यंत कुमार]]
* [[विदा के बाद प्रतीक्षा / दुष्यंत कुमार]]