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साँसों की जलती साँस कौन? प्राणों की विकल पुकार कौन?
भर रही तारकों की गागर
संध्या-सी प्राची में नि:स्वर
मँझधार पडी नौका पर हूँ
मुझको ले आज उबार कौन?
इस पार कौन? उस पार कौन?
साँसों की जलती साँस कौन? प्राणों की विकल पुकार कौन?
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