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हर कूचे और गली गली में क्यूँत सन्नाँट छाया?
जात पाँत का भेद मिटा क्या राम राज्य है आया?
रख कर मुँह को बंद जी रहे क्योंा क्यों आतंकी साया ?
ग्लोबल वार्मिंग,भ्रष्टाचार,महँगईमहँगाई,प्रदूषण,आबादी।याद रखेगा हर प्राणी अब जल -थल -नभ की बरबादी।रहे न हम गर यदि जागरूक पछतायेंगे जी आजादी।
हर हाल न मानव मूल्य सहेज सके तो कैसी आज़ादी?
भाग्य विधाता,सत्यमेव जयते,जन गण मन गाते।
तब से भारत माता की जय कह कर जोश बढ़ाते।