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* [[आज दखिन पवन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[चीन्हूँ मैं चीन्हूँ तुम्हें ओ,विदेशिनी / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[वन-वन में फागुन लगा , भाई रे ! / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]