भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
<poem>
जाने क्यों मुझ को
शब्दक रना शब्द करना चाहता था वह
गुम है जो ख़ुद
ख़ामोशी में अपनी
क्योम क्यों सहन नहीं हो पाया
मैं ख़ामोश
ख़ामोशी को उस की
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,606
edits