भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|विविध=मूल्य(सजिल्द) :160
}}
* [[चन्दनमन (भूमिका) / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|चन्दनमन में रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' की रचनाएँ ]]
डॉ अर्पिता अग्रवाल के अनुसार रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु के हाइकु मानवीय और प्राकृतिक प्रेम के उच्छल प्रयास हैं. खिलखिलाए
पहाड़ी नदी जैसी
तुतली बोली
आरती में किसी ने