भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=सर्वेशवरदयाल सक्सेना
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
 
कुछ देर और बैठो –
अभी तो रोशनी की सिलवटें हैं
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,131
edits