भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
चल रहे ऐसी डगर पर,
हर पथिक जिस पर अकेला,
दुख नहीं बंटते बँटते परस्पर,
दूसरों की वेदना में
वेदना जो है दिखाता,
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,130
edits