भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|संग्रह= कोई दीवाना कहता है / कुमार विश्वास
}}
{{KKCatKavita}}<poem>मैं तुम्हे तुम्हें अधिकार दूँगा 
एक अनसूंघे सुमन की गन्ध सा
 
मैं अपरिमित प्यार दूँगा
 मैं तुम्हे तुम्हें अधिकार दूँगा 
सत्य मेरे जानने का
 
गीत अपने मानने का
 
कुछ सजल भ्रम पालने का
 
मैं सबल आधार दूँगा
 
मैं तुम्हे अधिकार दूँगा
 
ईश को देती चुनौती,
 
वारती शत-स्वर्ण मोती
 
अर्चना की शुभ्र ज्योति
 मैं तुम्ही तुम्हीं पर वार दूँगा मैं तुम्हे तुम्हें अधिकार दूँगा 
तुम कि ज्यों भागीरथी जल
 
सार जीवन का कोई पल
 
क्षीर सागर का कमल दल
 
क्या अनघ उपहार दूँगा
 मै तुम्हे तुम्हें अधिकार दूँगा</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,130
edits