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Kavita Kosh से
तुम क्वारै भैया झूलि गयौ
भट्ठी मा हबिस के बरे रहौ,
तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
तुमसे अच्छा रघुआ हरजन
डिगरी पाइस आधा दर्जन
अस्पताल मा होइगा सर्जन
तू ऊ ..............करे छोकरे तरे रहौ, तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
हम सोचा रहा अफसर बनिहौ
का पता रहा लोफर बनिहौ
अब जेब मा कट्टा धरे रहौ
तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
फैसन अस तुमपै छाइ गवा
बर्बाद भविस कै फसल किहेउ
अब बाप कै सब सुख हरे रहौ,
तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
हम पुन्न किहा तू पाप किहेउ
गुंडई मा कालिज टाप किहेउ
जो मन मा आवै करे रहौ,
तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
अइसन जौ बिगाड़े ढंग रहिहौ
जेस रफीक हैं वैसन तंग रहिहौ
पूलिस के नजर से टरे रहौ,
तू पढ़ै से अच्छा घरे रहौ,
... चाहे खटिया पै परे रहौ।
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