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/* व्यवहार-परमार्थ */
* [[तुम सुखी रहो, संतृप्त रहो / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[सुखी रहो, नित शान्त रहो तुम / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[बसें तुहारे तुम्हारेरे हृदय में श्रीराधा-नँदलाल / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[हो रहो उसके, निरन्तर चरण में चिपटे रहो / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[भजहिं भावजुत जे सदा / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]