भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जयप्रकाश भारती |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=जयप्रकाश भारती
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatBaalKavita}}
<poem>एक था राजा
एक थी रानी,
दोनों करते-
थे मनमानी।
राजा का तो
पेट बड़ा था,
रानी का भी-
पेट घड़ा था!
खूब थे खाते
वे छक-छककर,
फिर सो जाते
थे थक-थक कर!
काम यही था
बक-बक, बक-बक,
नौकर से बस
झक-झक, झक-झक!
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=जयप्रकाश भारती
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatBaalKavita}}
<poem>एक था राजा
एक थी रानी,
दोनों करते-
थे मनमानी।
राजा का तो
पेट बड़ा था,
रानी का भी-
पेट घड़ा था!
खूब थे खाते
वे छक-छककर,
फिर सो जाते
थे थक-थक कर!
काम यही था
बक-बक, बक-बक,
नौकर से बस
झक-झक, झक-झक!
</poem>