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बचपन / शरद कोकास

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|रचनाकार=शरद कोकास
|संग्रह=गुनगुनी धूप में बैठकर / शरद कोकास
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लेकिन कभी भी
वह अपने सपनों में
राक्षस नहीं होता ।होता।
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