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हिंदु कहें सो हम बडे / दीन

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हिंदु कहें सो हम बडे, मुसलमान कहें हम्म।
एक मूंग दो फाडा हैं, कुण ज्यादा कुण कम्म॥
 
कुण ज्यादा कुण कम्म, कभी करना नहिं कजिया।
एक भगत हो राम, दुजा रहिमान सो रजिया॥
 
कहै 'दीन दरवेश, दोय सरिता मिलि सिंधू।
सबका साहब एक, एक मुसलिम एक हिंदू॥
 
 
</poem>
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