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आ रही बे-हिसाब की खुशबूख़ुशबूमेरे साहिब-ज़नाब जनाब की खुशबू Iख़ुशबू
उनकी खुशबू ख़ुशबू के सामने फीकीगुल-हज़ारा गुलाब की खुशबू Iख़ुशबू
उनके छूने से , सुर महकते हैं
गूँज उठती , रबाब की खुशबू Iख़ुशबू
सारी दुनिया के इत्र एक तरफ़
और इक उनके बाब की खुशबू Iख़ुशबू
हुस्ने-शादाब , मैं न होती 'दीप' वो न होते , शबाब की खुशबू I
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