भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
375 bytes removed,
18:37, 30 सितम्बर 2016
}}
{{KKCatHimachal}}
<sort order="asc" class="ul">==रचनाएँ====*[[दस्तक / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[लोगों की शक्लों में ढल कर सड़कों पे जो लड़ने निकले हैं / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[उस ने सब कुछ सुन के भी न सुना कि आखिर क्या हुआ / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[बना एक मक़सद से आलम तो होगा/ मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[देखते ही रह गए हम लफ़्ज़ हर मिटता हुआ / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[हो सके तो आप मुझ से बांट लें हर ग़म कभी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[जो सर को उठाना नहीं छोड़ सकता / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[तसव्वुर किसी ने किया हो किसी का / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[सहर के जो होने पे रोया था सपना / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[कभी इस कदर भी सँवरना नहीं / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[ घरों की कभी वो बनावट न देखी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[लिखा दिल पे जब दर्द का हर्फ़ पिघले / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]*[[ हो न जब नाआश्ना वो आश्नाई आपकी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']][[सनम यह न देखो कहां क्या कमी है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']] * [[जब फ़िज़ा में गूंजती हो बाग़बां की दास्तां / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]* [[ख़फ़ा जिनसे अक्सर चमनज़ार होंगे / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]* [[समन्दर का छोटा-सा क़तरा सही / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']] * [[देख अपनी बदनसीबी दिल यूं धड़कता यारो / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]* [[ऐ दिल नहीं ये मंज़िल रुकना यहां नहीं है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[न हसरत हो कोई न सपना ऐ दुनिया / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[हुक़ूमतें बदल गईं उसी का यह कमाल है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]*[[है हक़ीक़त दूर जब तो बस गुमां है ज़िन्दगी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[ये बादल अँधेरे बढ़ाएँगे लेकिन / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[अगर आप होते भुलाने के क़ाबिल / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[हज़ार टुकड़े हों मगर चलो किसी तरह से भी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]* [[आशिकी से बहुत हूं परीशां मगर / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[नहीं वाद कोई यहां निर्विवादित / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[हसीन ख़ुद को शाम से जवां सहर से देखिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[कई लोग ऐसे मिलें इस जहां में / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[ले हाथों में अपने जो हल लिख रहा है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]*[[जिन्हें ज़िन्दगी में बहुत ग़म मिलें / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[यहां सात पर्दों में हर शै छुपी है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[बुना हुआ फ़रेब का न कोई जाल फेंकिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[पढ़ेगी जब तलक दुनिया लिखा दीवान ग़ालिब का / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[जिस ज़मीं से तू जुड़ा है बस उसी की बात कर / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[इक बार क्या मिले हैं किसी रोशनी से हम / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[ख़ता है वफ़ा तो सज़ा दीजिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[सियासत की जो भी ज़बाँ जानता है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[मेरे सनम के पास जो कहां वो ताज़गी मिले / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[ज़ेहन में रहे इक अजब खलबली सी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[वहशतों की है अगर कुछ कातिलों से दोस्ती / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[न बस में किसी के ये हालात होंगे / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[वही रोज़ मिलना वही चार बातें / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[आग-सी इक बुझाने लगा हूं / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[ख़ुदा इस शहर को ये क्या हो चला है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[अगर आदमी ख़ुद से हारा न होता / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[जब से हम लोग ज़मीं पे हैं / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[पत्थरों में भी बनाता राह पानी देखिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[मुख़ातिब बस ग़मे-दिल हो तो ऐसा हो भी सकता है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]* [[बुझा दो चिराग़े-मुहब्बत मुझे इन फ़रेबी उजालों की क्या है ज़रूरत , / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]</sort>