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ये मूलतः छत्तीसगढ़ी के गीतकार हैं। ‘का तैं मोला मोहनी डार दिये गोंदाफूल’ जैसे लोकप्रिय गीत के रचयिता हैं। इनके गीत अनेक छत्तीसगढ़ी गायकों द्वारा गाए गए। इनके गीतों का संकलन ‘पिंवरी लिखे तोर भाग’ के नाम से प्रकाशित है।
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ये मूलतः छत्तीसगढ़ी के गीतकार हैं। ‘का तैं मोला मोहनी डार दिये गोंदाफूल’ जैसे लोकप्रिय गीत के रचयिता हैं। इनके गीत अनेक छत्तीसगढ़ी गायकों द्वारा गाए गए। इनके गीतों का संकलन ‘पिंवरी लिखे तोर भाग’ के नाम से प्रकाशित है।
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