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फिर आ गयी है नयी योजना निमरा करे सवाल
जुगनू की दुम में रह-रह कर कैसे जले मशाल।
कर्ज़े की अर्जी देकर वो लाया फर्जी भैंस
ब्लाक, बैंक, पशु-अस्पताल वाले हैं मालामाल।
बहे दूध की नदी फ़ाइलों में बदला है मुल्क
गॉव-गाँव में सजें समूहों के विशाल पंडाल।
गरीबदास से हाथ मिलाया आज कलेक्टर ने
देखो-देखो टीवी, अख़बारों में नई मिसाल।
बड़ी-बड़ी स्कीमें आयीं, बड़े-बड़े अनुदान
सौ-सौ खाने वाले एक बेचारा बकरेलाल।
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