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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो के न याद हो|
वही यानी वादा निभा निभाने का तुम्हें याद हो के न याद हो|
वो नये गिले वो शिकायतें वो मज़े मज़े की हिकायतें,