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Kavita Kosh से
*[[तू ही नहीं अधीर / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[न है मेरे दोषों की माप / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[नाथ ! तुम कब से हुए विरागी? / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[बरसो, हे करुणा के जलधर ! / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[बैठकर मेरे सुर में गाओ / गुलाब खंडेलवाल]]