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/* ग़ज़लें */
* [[मिलती मुद्दत में है और पल में हँसी जाती है / भवेश दिलशाद]]
* [[न करीब आ न तू दूर जा ये जो फ़ासला है ये ठीक है / भवेश दिलशाद]]
* [[तरहतरह तरह तरह से मुझे आज़माये जाते हैं / भवेश दिलशाद]]
* [[लमहे कुछ अपनी हथेली से फिसल जाते हैं / भवेश दिलशाद]]