भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

इज़्ज़तपुरम्-62 / डी. एम. मिश्र

1,019 bytes added, 11:48, 18 सितम्बर 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=इज़्ज़तपुरम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=डी. एम. मिश्र
|संग्रह=इज़्ज़तपुरम् / डी. एम. मिश्र
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
कोठे की मालकिन
तानाशाह अम्मीजान

कोठे की लौंडिया
जहरमोहरे के
जंगल में रास्ते का प्याऊ

स्वामिभक्ति की
पराकाष्ठा पर
दुम हिलाती है
कौरा के बल पर

चमड़ी है अपनी
दमड़ी नहीं

पेट में ईंधन
रिजर्व के ऊपर न उठे
कम खपत में गाड़ी
दूर तक चले
धुआँ फेंके / धमाके करे
धक्के पर चले
पर गेराज में न रुके
जब तक बाडी में
खड़खड़ाहट शेष है
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits