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[[Category: सेदोका]]
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21मिलता नहीं,कभी प्यासे को पानी,आहत को दिलासा,अधूरी रहीजीवन-परिभाषा,तट कब थे मिले!22पास आ बैठेकुछ देर ठहरेछल कर गए थे,पथ में मिलेबचाकर नज़रचुपचाप निकले।23बिखेर गयामन-आँगन कोईगुलाल अभी,तड़पा गयारह-रह करकेउनका ख्याल अभी24तुम दीपकमन के, जीवन केतुम हो मेरी आशातुम न होतेलिख न पाते हमजन्मों की परिभाषा।25दीपक बनराह दिखाते जानाबाधाओं में मुस्काना,पथ में मिलेंउनको गिराकरआगे न बढ़ जाना।
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