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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
{{KKCatPunjab}}
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[कभी है अमृत, कभी ज़हर है, बदल-बदल के मैं पी रहा हूँ / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मंज़िल इतनी दूर रहेगी, यह कब सोचा था / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[काम अधूरे पूरे करना बस यह सोचा था / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मेरा कोई शत्रु नहीं, कोई मित्र नहीं / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[जब भी दिल में उफान आता है / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मेरी उस से बात अगर हो चमत्कार होगा / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[सौ बीहड़ मरुथल पार किए तब कहीं यहाँ तक आया हूँ / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[दुख का परबत जब भी मेरी राह में लाया गया / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[ग़म के शहर से निकल तो आया पर किस ओर तू जाएगा / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[कब से गोरी है घूंघट में / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मेरे नाम की ग़ैर भी लगे माला जपने, / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[तेरा रूप निखर कर जब शृंगार में आया / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[और किसी ने लूटी थी, या खुद मैं ने ही लूटी थी / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[वह बदलेगा, यह जब सोचा बदल कर ही तू दम लेगा / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[अब जीवन में कहाँ हैं वे दिन / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[हसीन आँखों की बात हो या / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[इश्क़ ने बर्बाद कर दी ज़िन्दगी, हाए रे इश्क़ / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[तेरा मिलना है मिलना ख़ुशी का / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[दिल के दरिया में चाँद जब उतरा / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[ऐ बशर! तब तिरी दुनिया में उजाला होगा / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मिरी चाहत, मिरी राहत, मिरी जन्नत तुम हो / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[शेख़ साहिब! शराब पी लीजे / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[हाले दिल मेरा सुनो अपना सुनाओ यारो / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[अगर मुझ पर तिरी चश्मे करम इक बार हो जाए / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[वो ख़ुदा है तो वह नायाब नहीं हो सकता / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[ये दुनिया है फ़रेबी, चल सकोगे / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[शर्म के बेजा लबादे से ज़रा बाहर आ / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[जांगुसल नग़्मा था, क्यों गाया गया / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[जो मेरे दिल को भा जाए कहाँ वह इन हसीनों में / विजय ‘अरुण’'अरुण']]* [[मिरे महबूब! नान्देश! पत्थर दिल! ख़ुदा हाफ़िज़ / विजय ‘अरुण’'अरुण']]