भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
मुझे सोचने की आज़ादी दो,
मुझे साँस लेने की आज़ादी दो…
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रभात रंजन'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,277
edits