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'''आज नशे मैं शैलेन्द्री' मनै बङी दिखाई दे,'''
'''खम्बे जैसी बला धरण मैं, पङी दिखाई दे ।। टेक ।।'''
रुप तेरा खिलरया अजब कमाल, डटै नही डाटी दिल की झाल,