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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[कितने पैकर ले गया कितने ही मंज़र ले गया / मेहर गेरा]]
* [[इक अक्से-दिल-पज़ीर तहे-आब देखना / मेहर गेरा]]
* [[जाना पहचाना हुआ मंज़र नज़र आने लगा / मेहर गेरा]]
* [[कभी तो फूल की रुत है कभी खिजां हूँ मैं / मेहर गेरा]]
* [[बदलती रुत का सितम सब पे एक जैसा था / मेहर गेरा]]
* [[मैं सुस्त गाम हूँ रस्ता मगर ज़ियादा नहीं / मेहर गेरा]]
* [[जिधर हवा हो उधर ही वो जा निकलता है / मेहर गेरा]]
* [[मैं हूँ बिखरा हुआ दीवार कहीं दर हूँ मैं / मेहर गेरा]]
* [[दूर तक मायूसियों की रेत है बिखरी हुई / मेहर गेरा]]
* [[उभर ही आता है अक्सर नये ग़मों की तरह / मेहर गेरा]]
* [[जी चाहता है अपना मुक़द्दर उतार दूँ / मेहर गेरा]]
* [[तेरी आवाज़ सुनूँगा मैं गजर की सूरत / मेहर गेरा]]
* [[हरेक सम्त ही पेड़ों पे थे हरे पत्ते / मेहर गेरा]]
* [[खुली हवा में ज़रा चंद गाम चल तो सही / मेहर गेरा]]
* [[दिल में फिर आग लगाती हैं चटकती कलियाँ / मेहर गेरा]]
* [[दिन ढलते ही जब हर छत से हर आंगन से चले उजाले / मेहर गेरा]]
* [[बिछुड़ गया जो इसी शहर में कभी मुझसे / मेहर गेरा]]