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ये वक़्त की पलकों पर
सोती हुई वीरानी
जज्बा़तजज़्बात-ऐ-मुहब्बत कीये आखिरी आख़िरी अंगड़ाई बजाती बजती हुई हर जानिब  
ये मौत की शहनाई
 
सब तुम को बुलाते हैं
पल भर को तुम आ जाओ
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