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Kavita Kosh से
* [[फूल पत्थर में खिला देता है / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[वो भी चुपचाप है इस बार, ये किस्सा क्या है / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[स़ाफगोई की अदा इक हद तलक / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[हँसती गाती तबीयत रखिए / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[हँसती गाती तबीयत रखिए / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[इस तरह याद आएँगे हम फ़ुरसतों के दर्मियाँ / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[सब की सुनना, अपनी करना / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[लड़ने की जब से ठान ली सच बात के लिए / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[सच कहना और पत्थर खाना पहले भी था आज भी है / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[आते-जाते डर लगता है / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[उस जगह सरहदें नहीं होतीं / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[किस पे ये ग़म असर नहीं / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[इस दुनियादारी का कितना भारी मोल चुकाते हैं / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[खोये-खोये लगते हो, ठीक-ठाक तो हो / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[गुल हो समर हो शाख़ हो किस पर नहीं गया / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[/ हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[/ हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[/ हस्तीमल 'हस्ती']]
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