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Kavita Kosh से
मज़े अब वो कहाँ बाक़ी रहे बीबी मियाँ होकर <br><br>
न थी मुतलक़ तव्क़्क़ो बिल बनाकर पेश कर दो गे दोगे <br>
मेरी जाँ लुट गया मैं तो तुम्हारा मेहमाँ होकर <br><br>