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Kavita Kosh से
और जब मैं घुसा उस मधुशाला में
अपनी सूखी रोटी के साथ
सब मुझसे पूछने लगे—
अच्छा भाई,तू ही बता
कौनसी शराब होती है सबसे तेज़ ?
मैंने कहा तुरन्त ही उनसे—
जीवन की शराब
वह जीवन
जो कभी किसी का ग़ुलाम नहीं रहा ।
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