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Kavita Kosh से
* '''[[तुम चन्दन बन जाओ / हरिराज सिंह 'नूर']]'''
====कुछ प्रतिनिधि कविताएँ====
* [[ सबने उजला तन देखा है / हरिराज सिंह 'नूर']]