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/* ग़ज़लें */
* [[रात लम्बी रात से लम्बे पहर / रामकुमार कृषक]]
* [[सांस मत लेना हवाओं में ज़हर है / रामकुमार कृषक]]
* [[हम यहाँ फ़ुटपाथ पर हैं और वह बैठी वहाँ / रामकुमार कृषक]]