भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|रचनाकार=रामधारी सिंह "दिनकर"
|संग्रह=भग्न वीणा / रामधारी सिंह "दिनकर"
}}{{KKCatKavita}}<poem>तुम्हें मैं दोष नहीं देता हूँ।
सारा कसूर अपने सिर पर लेता हूँ।