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नया पृष्ठ: <poem> विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय, लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय। नाग...
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विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
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विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
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