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Kavita Kosh से
मन को भाये या ना भाये
कोई साथ सदा ना रहता...
कभी अचानक खुश हो जाता
बिना वज़ह कभी दुख में रहता
बारिश के मौसम जैसा ही
मन तो सदा बदलता रहता...
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