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मानिसका हृदयहरू नै मेरो परिचय हुन्
फ्याँकिदेऊ मेरो पासपोर्टलाई।
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'''[[पासपोर्ट / महमूद दरवेश / विनोद दास|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ]]'''
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