भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
155 bytes removed,
14:43, 20 अक्टूबर 2007
कवि: [[डॉ॰ जगदीश व्योम]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category: डॉ॰ |रचनाकार=जगदीश व्योम]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*}}
वक्त का आखेटक
समूचा सूरज !!
-डॉ॰ जगदीश व्योम