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फैले हुए विशाल खेत में पानी नहीं बरसता
मेरे माथे से टपकते आँसू टपकता पसीना फ़सल को सींचते हैं सींचता है :
खेत में कॉफ़ी की फ़सल तैयार हो चुकी है