भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
सुख की बात तो ये है, जानी, मैं और मेरी जान हैं एक
रोचक ये भी ! मतलब इसका , वो प्यार करे सिर्फ़ मुझसे नेक
'''मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''