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Kavita Kosh से
पड़ोसियों के दुआरे पर जा कहते —
गांव में विवाह के लगभग पाँच दिन पूर्व ही घर शादी के माहौल में झूमने लगता है!
हर शाम आँगन में गूँजने लगता है वो मधुर स्वर —
आखिर त्याग की क्या परिभाषा हो सकती है?