भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कार / सरकार / शैल चतुर्वेदी

3 bytes removed, 17:10, 28 नवम्बर 2008
::हुज़ूर! चलाकर तो देखिये
::आपकी आत्मा हिल जायेगी
::ये कार है सर्कार सरकार नही, जो
::भगवान भरोसे चल जायेगी।"