भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

डरपत मन मोरा / सुधीर सक्सेना

1 byte added, 14:51, 21 दिसम्बर 2008
प्रिया से दूर हूं मैं
इंद्रप्रस्थ में एकाकी.
</poemPoem>