भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सुबह / शमशेर बहादुर सिंह

370 bytes added, 06:38, 20 जनवरी 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शमशेर बहादुर सिंह |संग्रह=कुछ कविताएँ / शमशेर बह...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=शमशेर बहादुर सिंह
|संग्रह=कुछ कविताएँ / शमशेर बहादुर सिंह
}}

<poem>
जो कि सिकुड़ा हुआ बैठा था पत्थर
सजग होकर पसरने लगा
आप से आप।
</poem>
397
edits