भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ग़ालिब / परिचय

69 bytes added, 12:18, 12 फ़रवरी 2009
{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=ग़ालिब
}}
 
“हैं और भी दुन्‌या में सुख़न्‌वर बहुत अच्‌छे<br>
कह्‌ते हैं कि ग़ालिब का है अन्‌दाज़-ए बयां और”