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दोहा

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जा तन की झाँई परे, श्याम हरित दुति होय।। (24 मात्राएं)<br><br>
'''कविता कोश में [http://hiwww.literaturekavitakosh.wikia.comorg/wikikk/index.php?title=%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%A3%E0%A5%80:%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A5%87 दोहे]'''<br><br>
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