गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
ज़माना ख़ुदा को खु़दा जानता है / यगाना चंगेज़ी
1 byte added
,
10:00, 14 जुलाई 2009
जो अंजामे-फ़िक्रेरसा जानता है॥
ख़ुदा ऐसे बंदों से क्यों फिर न जाए।
चंद्र मौलेश्वर
Mover, Uploader
943
edits